हुसैनाबाद बीआरसी में रात्रि प्रहरी की हत्या का सनसनीखेज खुलासा! चोरी छुपाने के लिए की गई थी हत्या palamu news today c
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पलामू न्यूज |
दो बार की छापेमारी के बाद आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
हुसैनाबाद, पलामू | रिपोर्ट - RBC Channel
झारखंड के पलामू जिले में स्थित हुसैनाबाद बीआरसी कार्यालय की छत पर 17/18 मार्च की रात हुई रात्रि प्रहरी रामदेव ठाकुर उर्फ सीताराम की हत्या ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया था। अब पुलिस ने इस जघन्य वारदात का बड़ा खुलासा कर दिया है। चोरी छुपाने के लिए हत्या की गई थी और दो बार की छापेमारी के बाद चारों आरोपी पुलिस के शिकंजे में आ गए।
बीआरसी की छत पर मिला था शव, हत्या से मचा था हड़कंप
18 मार्च की सुबह हुसैनाबाद बीआरसी कार्यालय की छत पर रात्रि प्रहरी रामदेव ठाकुर का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। हुसैनाबाद थाना कांड संख्या 63/2025 के तहत मामला दर्ज कर धारा 103(1) भारतीय न्याय संहिता के तहत कार्रवाई शुरू हुई।
एसआईटी का गठन, कड़ी निगरानी में शुरू हुआ केस का तफ्तीश
हत्या के त्वरित खुलासे के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुसैनाबाद श्री एस. मोहम्मद याकूब के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाई गई। कई सुराग और पूछताछ के बाद पुलिस ने पहली छापेमारी में कुछ संदिग्धों को चिन्हित किया, लेकिन हाथ खाली रहे।
दूसरी छापेमारी में टूटा मौन, आरोपी ने कबूला जुर्म
पुलिस ने दूसरी छापेमारी में सिंचाई विभाग नहर कॉलोनी में रहने वाले योगेन्द्र डोम को हिरासत में लेकर जब गहराई से पूछताछ की, तो उसने सारा सच कबूल कर लिया।
उसने बताया कि 15 मार्च की रात को उसने अपने तीन साथियों — सनोज डोम, बिगू डोम और सोनू डोम — के साथ मिलकर दो साइकिल चुराई थी। चोरी करते समय रात्रि प्रहरी रामदेव ठाकुर ने उन्हें देख लिया था। अगले दिन उन्होंने सभी को चेतावनी दी कि यदि साइकिल वापस नहीं लाए, तो वह पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा देंगे।
चोरी छुपाने के लिए बना खौफनाक प्लान
प्रहरी की चेतावनी से घबराकर चारों ने मिलकर फैसला किया कि अगर रामदेव जिंदा रहा तो वह उन्हें जेल भिजवा देगा, इसलिए उसे मार डालना ही पड़ेगा।
17 मार्च की रात तीनों साथी बीआरसी की छत पर पहुंचे, जहां रामदेव ठाकुर सो रहे थे। वहां उन्होंने बलुआ और बांस की लाठी से हमला कर उनकी हत्या कर दी।
सबूतों के साथ गिरफ्तार हुए चारों आरोपी
एसआईटी की कार्रवाई के बाद आरोपियों की निशानदेही पर:
हत्या में उपयोग की गई बलुआ और बांस की लाठी
चोरी की गई दोनों साइकिलें
बरामद कर ली गई हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपी:
सनोज डोम (28 वर्ष) — निवासी: भजनिया, मोहम्मदगंज, पलामू
सोनू डोम (20 वर्ष) — निवासी: पाण्डेय करमा, माली, औरंगाबाद (बिहार)
बिगू डोम (48 वर्ष) — निवासी: महुआअरी, हुसैनाबाद, पलामू
योगेन्द्र डोम (28 वर्ष) — निवासी: महुअरी, हुसैनाबाद, पलामू
छापेमारी और कार्रवाई में शामिल रहे अधिकारी:
एसडीपीओ श्री एस. मोहम्मद याकूब
थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी (हुसैनाबाद)
थाना प्रभारी दिव्यांश शुक्ल (हैदरनगर)
प्रभारी मुकेश कुमार सिंह (मोहम्मदगंज)
लठेया, हैदरनगर और हुसैनाबाद के अन्य पदाधिकारी एवं सशस्त्र बल
पुलिस की तत्परता से मिली सफलता
पलामू पुलिस ने सिर्फ दो दिन में इस हत्या कांड की गुत्थी सुलझा ली और चारों अपराधियों को कानून के शिकंजे में ला खड़ा किया। मामले में चार्जशीट की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
RBC Channel की खास टिप्पणी:
यह केस यह साबित करता है कि अपराध चाहे जितना भी सोच-समझकर क्यों न किया गया हो, कानून की नजरों से नहीं बच सकता। पलामू पुलिस की तेज़ कार्रवाई और टीमवर्क ने एक बड़ी साजिश को उजागर किया और न्याय की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाया।
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