मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन मेदिनीनगर (पलामू) में प्रमंडल स्तरीय झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना कार्यक्रम में हुए सम्मिलित, Chief Minister Shri Hemant Soren participated in the divisional level Jharkhand Chief Minister Mainiyan Samman Yojana program in Medininagar (Palamu),
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन मेदिनीनगर (पलामू) में प्रमंडल स्तरीय झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना कार्यक्रम में हुए सम्मिलित Chief Minister Shri Hemant Soren participated in the divisional level Jharkhand Chief Minister Mainiyan Samman Yojana program in Medininagar (Palamu),
मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन के साथ आलोक कुमार उर्फ टूटू सिंह वा अन्य |
5 लाख 91 हज़ार 919 लाभुकों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से सम्मान राशि का किया हस्तांतरण
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मुख्यमंत्री ने कहा -झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना राज्य की बहन -बेटियों को आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा
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◆मुख्यमंत्री ने कहा- राज्य के विकास में हर व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कर रहे हैं काम
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◆मुख्यमंत्री बोले- पिछले 20 वर्षों में जहां कोई अधिकारी नहीं गया , वहां आज पूरी सरकार पहुंचकर आपको दे रही है आपका हक- अधिकार
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हमारा समाज और राज्य तभी आगे बढ़ेगा जब यहां के आदिवासी, दलित, गरीब, वंचित, मजदूर- किसान और महिलाएं सशक्त होंगी
आज घर- घर पहुंच रही राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाएं
रांची हेडक्वार्टर से नहीं बल्कि गांव- देहात से चल रही हमारी सरकार
श्री हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखंड
हमारा समाज और राज्य तभी आगे बढ़ेगा जब यहां के आदिवासी, दलित, गरीब, वंचित, मजदूर- किसान और महिलाएं सशक्त होंगी। इन सभी को साथ लेकर ही मजबूत झारखण्ड का निर्माण संभव हैं। यही वजह है कि इन्हें सशक्त करने के लिए हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। इसी कड़ी में महिलाओं की गरिमा, मान-सम्मान और हक -अधिकार देने की दिशा में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत हुई है। नारी शक्ति को समर्पित यह योजना इस राज्य की बहन -बेटियों को आगे बढ़ने में काफी मददगार साबित होगा।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन आज मेदिनीनगर (पलामू) के चियांकी हवाई अड्डा परिसर में आयोजित झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
गांव -देहात से चल रही है यह सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार रांची हेडक्वार्टर से नहीं बल्कि गांव- देहात से चल रही है। जब हमारे गांव मजबूत होंगे तभी हमारा राज्य मजबूत बनेगा। इसी संकल्प के साथ विभिन्न विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षों में जिन गांवों में बीडीओ, सीओ और और थानेदार नहीं गए, आज वहां अधिकारी दल बल के साथ पहुंच रहे हैं। वे लोगों की समस्याओं को ना सिर्फ संवेदनशीलता के साथ सुन रहे हैं, बल्कि उसका समाधान भी कर रहे हैं। आज राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाएं घर-घर तक पहुंच रही हैं।
गांव -गांव और टोले -टोले में शिविर लगाकर लोगों की समस्याओं का हो रहा समाधान
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की फिर शुरुआत हो रही है । इस कार्यक्रम के तहत एक बार फिर गांव- गांव और टोले- टोले में शिविर लगाकर लोगों की समस्याओं का समाधान करने के साथ सरकार की योजनाओं से जोड़ा जाएगा। यह ऐसा कार्यक्रम है, जिसका मकसद राज्य के विकास में हर व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम निरंतर चलते रहेंगे।
साढ़े चार वर्षों में विकास की लंबी लकीर खींच
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में हमारी सरकार ने विकास की एक लंबी लकीर खींची है। झारखंड अलग राज्य बनने के बाद पिछले 20 वर्षों में जो कार्य नहीं हुआ, उसे हमारी सरकार ने विपरीत परिस्थितियों के बीच पूरा कर दिखाया है। आज राज्य विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
बुजुर्गों को पेंशन के लिए नहीं भटकना पड़ रहा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राज्य में कोई भी बूढ़ा- बुजुर्ग बिना पेंशन के नहीं है। अब पेंशन के लिए बुजुर्गों को इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ रही है। पेंशन के लिए निर्धारित उम्र होते ही बुजुर्गों को पेंशन योजना से सीधे जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गरीबी को देखते हुए हमारी सरकार यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के तहत अब 50 वर्ष से अधिक उम्र वालों को भी पेंशन प्रदान कर रही है।
बच्चियों के पढ़ाई की जिम्मेवारी राज्य सरकार उठा रही है
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चियां अब घर- परिवार की बोझ नहीं बनेंगी। ये बच्चियां डॉक्टर, इंजीनियर और अफसर बनकर अपना, अपने घर- परिवार, समाज और राज्य का नाम रोशन करेंगी। इसके लिए बच्चियों के शिक्षा की जिम्मेवारी राज्य सरकार उठा रही है। बच्चियां पैसे की तंगी के कारण पढ़ाई नहीं छोड़े, उन्हें सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ दिया जा रहा है। वहीं, मेडिकल, इंजीनियरिंग, लॉ और मास कम्युनिकेशन जैसे विभिन्न कोर्सेज तथा प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए राज्य सरकार आर्थिक मदद कर रही है। गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए 15 लाख रुपए तक का शिक्षा लोन सरकार अपनी गारंटी पर दे रही है।
सखी मंडल की दीदियों को बना रहे स्वावलंबी
मुख्यमंत्री ने कहा कि जेएसएलपीएस के सखी मंडलों को मजबूत करने की दिशा में हमारी सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं। सखी मंडलों के बीच 10 हज़ार करोड रुपए से ज्यादा वितरित किए गए हैं, ताकि इनसे जुड़ी लाखों महिलाएं स्वावलंबी बनकर समाज के लिए मिसाल बनें।
नौजवानों को रोजगार से जोड़ने का सिलसिला जारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नौजवानों को विभिन्न माध्यमों से रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार का प्रयास लगाकर चल रहा है। हजारों सरकारी पदों पर नियुक्तियां हो चुकी हैं तो कई पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया तीव्र गति से चल रही है। झारखंड आरक्षी और झारखंड उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से बहुत जल्द हजारों युवाओं को नौकरी मिलेगी। हमारा प्रयास युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करना है।
तीन जिलों के 5 लाख 91 हज़ार 919 लाभुकों को मिला सम्मान राशि
मुख्यमंत्री ने झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर आयोजित कार्यक्रम में 5 लाख 91 हज़ार 919 लाभुकों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से सम्मान राशि हस्तांतरित कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम बढ़ाया।
इनमें पलामू जिले के 2 लाख 88 हज़ार 521, लातेहार जिले के 1 लाख 17 हज़ार 605 और गढ़वा जिले के 2 लाख 19 हज़ार 320 लाभुक शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री श्री बैद्यनाथ राम, मंत्री श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मंत्री श्रीमती बेबी देवी एवं मंत्री श्रीमती दीपिका पांडेय सिंह, विधायक श्री रामचंद्र सिंह, गढ़वा जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती शांति देवी, महिला , बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के सचिव श्री मनोज कुमार, पलामू प्रमंडल के आयुक्त एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक समेत पलामू गढ़वा और लातेहार जिले के उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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