हुसैनाबाद हजरत दाता पीर बख्श शाह का उर्स सौहार्द से सम्पन्नHussainabad Hazrat Data Pir Baksh Shah's Urs completed cordially
हुसैनाबाद हजरत दाता पीर बख्श शाह का उर्स सौहार्द से सम्पन्न Hussainabad Hazrat Data Pir Baksh Shah's Urs completed cordially
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कार्यक्रम का उद्घाटन करते लोग |
कव्वाल सबा रंगीली, वा कव्वाल शारूख खान के बीच हुआ जबरदस्त मुकाबला
हुसैनाबाद पलामू हुसैनाबाद दाता पीर बक्श शाह रहमतुल्लाह अलैह की उर्स के दूसरे दिन दाता पीर बक्श शाह रहमतुल्ला अलैह: की मजार स्थित ग्राउंड में एक भव्य कव्वाली का आयोजन गठित कमेटी की ओर से किया गया। इस भव्य कव्वाली आयोजन के आगाज से पूर्व स्टेज पर जलवा_अफरोज खुशुशी अतिथियों के द्वारा संयुक्त रूप में फीता काट कर प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया,।
सयुक्त रूप में फीता काटने वालों में कमिटी के संयोजक इब्राहीम सेठ पलामू जिप उपाध्यक्ष आलोक कुमार उर्फ टूटू सिंह, राजद झारखंड प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार यादव , कांग्रेस पलामू जिला उपाध्यक्ष मसरूर अहमद, राज अली , प्रमुख राजकुमारी देवी, टुन्ना सिंह ,डॉक्टर एजाज आलम, सैयद नौशाद वा अन्य कमिटी के मुख्य लोग उपस्थित थे । कव्वाली के आगाज से पूर्व शहर का भ्रमण करते हुए दाता पीर बक्श रहमतुल्ला अलेह की मजार पर राइन कमिटी के लोगों ने चादरपोशी की।
कव्वाली का आगाज हम्द ए पाक से कव्वाल शारूख साबरी ने किया। कार्यक्रम रात के 10 बजे से सुबह 7 बजे तक चलता रहा । कलाम ,हम मुस्तफा वाले हैं हम अली वाले है। वा बेटियां जन्नत की कुंजियां । जैसे कलाम ने खूब वावाही लूटी , वहीं कवाला सबा रंगीली ने भी जवाबी मुकाबला श्रोताओं के लिए पेश किया , और सुनने वालों को अपनी शीरी आवाज से लुत्फ अंदोज किया।
सबा रंगीली ने अपने कलाम में पढ़ा की ,देखकर कर चांद मुंह छुपाने लगा, ऐसा चेहरा मेरे हुजूर का है। एक से बढ़कर एक कलाम की प्रस्तुति हुई।
देर रात में भोजपुरी अंदाज भी सुनने को दर्शकों को मिला, कार्यक्रम को हजारों दर्शकों की उपस्थिति ने चार चांद लगा दिया कार्यक्रम की खूबसूरती ये देखने को मिली की कार्यक्रम में सभी जाति धर्मो के लोग उपस्थित थे।लोग रात भर शांति पूर्वक अपने सभ्य अंदाज में कार्यक्रम का आनंद लिया , कार्यक्रम में कहें तो हर उम्र के लोग उपस्थित थे महिलाओं ने भी देर रात तक खनकाही कव्वाली का लुत्फ लिया।
खास तौर से कहूं तो कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था को प्रशासन ने भी हुसैनाबाद थाना प्रभारी के उपस्थिति में बड़ी चाक चौबंद रखा। किसी तरह की अभद्रता या सुरक्षा मानकों में कमी देखने को नहीं मिली, कार्यक्रम की खूबसूरती को भव्य बनाने में अन्य राज्यों से आए लोगों की उपस्थिति भी गरिमई रही ।
कार्यक्रम के वार्षिक उर्स के मौके पर हजारों जायरीनों ने हजरत दाता पीर बख्श शाह रहमतुल्ला अलैहे की मजार पर चादर पोसी की और फतेहा भी पढ़ते दिखे,जायरीनों ने अपनी नेक तमन्नाओं के लिए दुआएं की, उर्स का खुशनुमा मंजर देखने सुनने के लिए हजारों लोग वर्षों वर्ष से आते रहे हैं ।
भीड़ अधिक होने की वजह से कई छोट बच्चे बच्चियां अपने परिजनों से पिछड़ते दिखे कार्यक्रम में उपस्थित लोगों की सूझ बूझ से बच्चे बच्चियों को निगरानी कमितियों के लोगों तक पहुंचाया जाता रहा । और कई बच्चे जो अपने पिता माता से बिछड़े थे उन्हें कव्वाली के मुख्य स्टेज से उन्हें सौंपे गए।
प्रोग्राम के समापन पर सभी कलाकारों को इब्राहीम सेठ , सैयद सम्मू हुसैन, आजम खान उर्फ बड़ा बाबू , एस एम अकरम खान वा दीगर कई लोगों ने कलाकारों की हौसला अफजाई करते हुए रुखसत किया ।।
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