मुसलमानों के मसायल व अन्य मुद्दों पर एकजुटता वा जागरूकता जरूरी Unity and awareness necessary on issues of Muslims and other issues
मुसलमानों के मसायल व अन्य मुद्दों पर एकजुटता वा जागरूकता जरूरी Unity and awareness necessary on issues of Muslims and other issues
उपस्थित ओलमा |
पलामू /मेदनी नगर रिपोर्ट जफर महबूब )मुस्लिम समाज को अपना हक अधिकार लेने, उर्दू को पूरे तौर पर लागू करने, वक्फ बोर्ड का गठन, उर्दू विश्वविद्यालय खोलने के मामले में सरकार से मांग करने व समाज में दहेज रूपी कुरीतियों के प्रति एकजुटता व जागरूकता लाने को लेकर तहरीके बेदारी इस्लाहे मुआसरा ने प्रेस कांफ्रेंस किया शहर के मुस्लिम नगर सैयद रजी अहमद के आवास पर किया गया अध्यक्षता सैयद राजीअहमद ने की। बैठक में मुसलमानों की विभिन्न समस्याओं के अलावा पीछड़ेपन के कारणों पर विस्तृत चर्चा की गई।
मौलाना महताब आलम ने कहा कि झारखंड की सरकार राज्य में उर्दू को उसका हक नहीं दे रही है। स्कूलों में उर्दू शिक्षक नहीं हैं। कार्यालयों में ट्रांसलेटर नहीं हैं। राज्य में उर्दू यूनिवर्सिटी की स्थापना होनी चाहिए, वक्फ बोर्ड का गठन नहीं हुआ। इसके अलावा हर जगह मुसलमानो को प्रताड़ित किया जाता है, दुर्व्यवहार होता है। इसके लिए हरिजन आदिवासी की तरह सुरक्षा के लिए एक्ट बनना जरूरी है। उन्होंने मुसलमानो से दहेज समेत अन्य कुरीतियों को खत्म करने की शपथ लेने का भी आह्वान किया। महताब आलम नूरी ने कहा कि अपना हक लेने के लिए एकजुटता और जागरूकता दोनो जरूरी है। जुबेर अहमद बरकती ने कहा कि मुसलमानों को जागरूक करने के लिए एदारा ए शरिया ने एक तहरीक चलाई है। सभी मुसलमानो को इस तहरीक से जुड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गांव गांव के लोगों को जोड़ कर उन्हें जागरूक करने का किया गया मौके पर अन्य लोग उपस्थित
कोई टिप्पणी नहीं