एमडीएम का चावल बेचने का आरोप निराधार व दुर्भावना से प्रेरित- शाने अहमद Allegation of MDM rice selling scam concocted with malicious intentions.
एमडीएम का चावल बेचने का आरोप निराधार व दुर्भावना से प्रेरित- शाने अहमद Allegation of MDM rice selling scam concocted with malicious intentions.
हुसैनाबाद /पलामू: स्कूल के एमडीएम का चावल बेचे जाने का आरोप कितना सही है इसकी पड़ताल करने पर जो तथ्य मिला वो चौंकाने वाला है जिस ख़बर को अख़बारों वा न्यूज़ चैनलों ने बड़ी प्रमुखता से गुज़रे दिन छापा और दिखाया,ओर ये दिखाया कि एम डी एम का माल बेचा जा रहा,
उस ख़बर में कितनी सचाई है उस बात को जानने के लिए कुछ आरबीसी के दर्शकों ने मांग की , कि आप की न्यूज़ में ये ख़बर नहीं आई तो उन प्रबुद्ध दर्शकों की विशेष मांग पर हमने इस ख़बर को समझना चाहा और एक पड़ताल की और जो तथ्य मिला सोचा आप के समक्ष रखूं ताकि आप को पता हो कि आज हम कितने सच को देख या पढ़ पा रहे हैं पढ़ तो आप यहां भी रहे हैं मगर तथ्यों के साथ।
मामला गुज़रे दिन का है बताता चलूं कि हुसैनाबाद प्रखंड क्षेत्र के पथरा पंचायत के राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय कुशानारायणपुर के प्रधानाध्यापक शाने अहमद पर एम डी एम के राशन बेचने का आरोप जिन ग्रामीणों के द्वारा लगाया गया वो उनके कहने से भी ज़्यादा पड़ताल के शुरू में ही दिखा ग्रामीणों ने कहा की चार बोरा हमने ऑटो पर राशन ले जाते हुए देखा ,अख़बार ने लिखा 6 बोरा और दूसरे अख़बार ने लिखा 5 बोरा, अख़बार ने किन आखों से राशन का बोरा देख कर गिना ? किन तथ्यों के आधार पर ये लिखा ? ये तो वहीं जाने
छपी ख़बर को पढ़ने पर लोजपा ज़िला उपाध्यक्ष नसीम ख़ान ने कहा कि क्या आज सिर्फ़ लोगों के कहने या बताने या लिखकर देने पर ही खबरें बिना तफ़्तीश छापना अख़बार के रिपोर्टरों का मक़सद बन गया है ?क्या उनका दायित्व कुछ भी नहीं कि मामले को गंभीरता से लेते हुए अपने स्तर पर भी अन्य तथ्यों को खंगाले ,जाने समझें तब छापें, कुछ भी ब्रेकिंग के चक्कर में लगा दो , छाप दो ये ही अख़बार का काम बचा है ? क्या यही पत्रकारिता है ?
बात यहीं ख़त्म नहीं हुई जब इस बात का जवाब व लगाए जा रहे आरोप के बारे में प्रधाध्यापक शाने अहमद से पूछा गया तो मामला कुछ और ही सामने आया,उन्होंने इस आरोप को बेबुनियाद तथ्यहीन बताया,उन्होंने कहा कि शिक्षा देना हमारा मुख्य उद्देश्य है बच्चों से लगाव नहीं होता तो अपने नजदीकी स्कूल के प्रधान को सहयोग नहीं करता ,ग्रामीणों का जो जानने का हक़ है वो आकर जाने आगे शाने अहमद ने कहा की राशन बेचा नहीं गया है बल्कि कंचनबांध प्राथमिक उ,विद्यालय के प्रधानाध्यापक सह सचिव बलिराम यादव जी के लिखित अनुरोध पर दो क्विंटल चावल चार बोरा के रूप में भेजा गया है मैं तो उस वक्त वहां स्थल पर मौजूद भी नहीं था । मेरे कहने पर किचेन का कार्य करने वाली महिला सुनीता देवी ने स्कूल के लिए चावल दिया है। साक्ष के रूप में ये लिखित अनुरोध पत्र ,,,
जब इस बात की पुष्टि दूरभाष पर किचेन का कार्य करने वाली महिला सुनीता से पूछा गया तो उन्होंने कहा की कंचन बाध स्कूल से तीन लोग आए थे अनलोगों को हमने चार बोरा चावल दिया है । वो आटो लेकर आए थे।
वहीं इस संदर्भ में शाने अहमद ने जो पत्र न्यूज आरबीसी को उपलब्ध कराया कंचन बांध विधालय प्रधानाध्यापक सह सचिव बलिराम यादव ने उस पत्र में लिखा की मैं बलिराम यादव प्रधानाध्यापक सह सुचिव
प्रमाणित करता हूँ कि अनुराग के
फोन पर बोला गया कि आप रा० प्रा० वि० - कुशाना एयणपुर से 02 क्विंटल चावल उठाव कर लिजीए। इसके बाद मैं ऑटो से 02-
विवंटल चावल रा० प्रा०वि० कुशानारायणपुर से उठाव किया है। ताकि मध्याहन भोजन सुचारू रू प से चल सके।।
अंततः ये भी बता दूं की 19 12 ,2023 को मात्र छे बोरा चावल मेसर्स कन्हैया सिंह परिवहन अभिकर्ता से प्राथमिक विधालय कुशानरायण पूर को भेजा गया था।। विशेष तौर पर कल सुबह दस बजे *मॉर्निग टाईम* में देखें *RBC CHANNEL* पर बोलती हुई तस्वीरें एमडीएम का खुलासा *तस्वीरें झूठ नहीं बोलती*
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