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हुसैनाबाद स्वच्छता अभियान की एक तस्वीर Hussainabad ki swachhata Abhiyan ki tasveer

हुसैनाबाद स्वच्छता अभियान की एक तस्वीर Hussainabad ki swachhata Abhiyan ki tasveer
आज हुसैनाबाद नगर पंचायत कार्यालय के अधिकारियों ने नगर पंचायत के इलाके में भारतीय भूवैज्ञानिक। सर्वेक्षण राँची द्वारा एक घंटा एक दिन कार्यक्रम के तहत साफ़ सफ़ाई की। इस मौक़े पर अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों ने स्वच्छता को लेकर लोगों को जागरूक किया।आज की ख़ास बात ये रही कि हुसैनाबाद एस डी एम कमलेश्वर नारायण भी सड़कों के किनारे पर पड़े कचरों को अपने हाथो से उठाते दिखे ।
इस मौक़े पर उन्होंने अपने संदेश में कहा कि साफ़ सफ़ाई से हम कई तरह की बीमारियों से बचते हैं हम जहां कहीं भी रहें अपने घर के एलावे आस पास साफ़ सुथरा रखें तभी हम स्वस्थ रह सकते हैं । एक दिन एक घंटा श्रम दान करने की फ़ेहरिस्त में कार्यपालक पदाधिकारी भी नगर पंचायत के कई इलाक़ों में जाकर अपनी झाड़ू से सफ़ाई करते हुए लोगों को स्वच्छता पर ज्ञान देते देखे गए ।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम जल्द ही हुसैनाबाद के मुख्य बाज़ार में सड़कों पर बह रहे नाली के पानी की निकासी दुरुस्त कराकर लोगों की समस्या को दूर करेंगें । जिन लोगों ने नाली पर अतिक्रमण किया है उनसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा ।वहीं अन्य इलाक़ों में भी नगर पंचायत के साफ़ सफ़ाई में बेहतर परिणाम पूर्व की भांति देखने को मिलेगा
।इस मौक़े पर सिटी मैनेजर नजीबुल्लाह ख़ान भी हुसैनाबाद के बस पड़ाव व वार्ड 6 और 7 के कई जगह पड़े कचरों के ढेर को उठाते दिखे । साथ ही साथ इस अभियान का हिस्सा बने सफ़ाई कर्मी को सफ़ाई करने के दौरान मदद करते दिखे एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लोगों को खुले में शौच नहीं करना चाहिए इससे गंदगी के साथ साथ बीमारियां बढ़ती है जब घरों में सरकार के द्वारा शौचालय बनवाया गया है तो बाहर में शौच करना उचित नहीं है। इसी कड़ी का हिस्सा बने निवर्तमान वार्ड पार्षद सुहेल आलम भी अपने वार्ड 7 के इलाक़े में सफ़ाई करते दिखे,इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं अपने वार्ड में साफ़ सफ़ाई का ध्यान रखता हूं जब कभी भी सफ़ाई कर्मी तैनात रहते हैं मैं उनके समक्ष रहता हूं ।जब भी लोगों की सफ़ाई की ज़रूरत महसूस होती है मैं उनके विचारों को प्राथमिकता देता हूं।
इस मौक़े पर कई सफ़ाई कर्मी भी आज पूरे साफ़ सफ़ाई के नियमों का पालन करते दिखे । उनके हाथों में गल्वस पैरों में गम बूट बदन पर एक बेहतरीन कलर फ़ुल युनिफ़ॉर्म और आज के एक घंटे की जागरूकता कार्यक्रम के लिए विशेष तौर से विभाग से दी हुई टीशर्ट पहन कर सफ़ाई करते दिखे वहीं इस अभियान से अलहदा नित रोज़ की तरह वार्ड 9 के मोहल्ला सैयद टोली हुसैनाबाद के जाने माने डॉक्टर नादिर रिज़वी
अपने आवास वा यूनिटी स्कूल के परिसर से गुज़रने वाली सड़कों पर झाड़ू लगाते दिखे । आप सबको बताता चलूं कि ये कार्य वो प्रायः प्रतिदिन 30 वर्षों से अधिक समय से करते चले आ रहें हैं । ये एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने इलाक़ों को रोज़ साफ़ किया करते हैं । यही नहीं अपने इलाकों की नालियों से भी कचरे निकालते देखे जाते हैं । कोरोना काल में जब लोगों को घरों से बाहर निकलने से डर लगता था तब वो जान हथेलियों पर लेकर हुसैनाबाद के कई सार्वजनिक स्थलों पर सेनिटाइज़ करते देखे गये हैं ।
जपला हुसैनाबाद दंगवार हरिहरगंज छत्तरपुर हैदरनगर देवरी चौकड़ी इत्यादि स्थानों पर स्कूल बैंक थाना परिसर में अपनी पीठ पर सैनेटाइज़र की टंकी लटका कर सुरक्षा प्रदान किया । प्रवासी शरणार्थियों को और कोविड सेन्टरों के लोगों को अपने पास से बिस्कुट साबुन गमछा पानी की बोतल और फ़र्स्ट एड की दवाएं वितरित करते देखा गया ।
इतना सराहनीय असम्भव कार्य करने के बाद भी कभी भी ना डॉ नादिर रिज़वी को कोविड योद्धा स्वच्छता रोल मॉडल या जागरूक नागरिक पुरुस्कार से सम्मानित या प्रोत्साहित नहीं किया गया ।यहाँ तक कि प्रशासन की उदासीनता के कारण उनके कार्यों को आज तक रिकोगनाईज़ नहीं किया गया ।हमारा मानना है कि किसी और जागरूक शहर में ऐसा व्यक्ति होता तो उसे स्थानीय नहीं बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त हो जाती ।
बताता चलूं कि दिन रात कोविड रोगियों के सम्पर्क में आने से डॉ नादिर रिज़वी स्वयं संक्रमित होकर एम्स पटना के आईसीयू में भर्ती होकर मौत के मुंह से निकल कर आए और दोबारा सक्रिय हो गए ।

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